📘 सुंदरिया पाठ - नए शब्द और उनके अर्थ
| शब्द | हिंदी अर्थ | English Meaning |
|---|---|---|
| परवरिश | पालन-पोषण | Upbringing |
| डील-डौल | शारीरिक बनावट | Physical Build |
| ईर्ष्या | जलन | Jealousy |
| चारा | पशुओं का भोजन | Fodder |
| मौसी | माँ की बहन (यहाँ प्यार से कहा गया) | Aunt (used lovingly here) |
| चौकीदार | रक्षक, प्रहरी | Watchman |
| बंदोबस्त | प्रबंध, व्यवस्था | Arrangement |
| कामधेनु | पौराणिक चमत्कारी गाय | Mythical divine cow |
| लाज | शर्म, संकोच | Shyness |
| ड्योढ़ी | मुख्य दरवाज़ा | Entrance/Threshold |
| घोसी | गाय दुहने वाला | Milker |
| पुचकारना | दुलारना | To soothe or caress |
| रुसवाई | अपमान | Disgrace |
| ओछी | नीच, घटिया | Mean/Petty |
| सरासर | स्पष्ट रूप से | Completely/Clearly |
| मसनूई | बनावटी | Artificial |
| करतूत | ग़लत कार्य | Wrongdoing |
| लुढ़क जाना | लेट जाना | To collapse/lie down |
| अपराधिनी | गुनहगार स्त्री | Female offender |
| विह्वल | भावुक, अत्यंत दुखी | Overwhelmed with emotion |
| सिसकना | धीरे-धीरे रोना | To sob |
| चाकरी | सेवा, नौकरी | Service/Job |
| चुकता | पूरा किया गया भुगतान | Paid off |
🐄 सुंदरिया – प्रश्नोत्तर (कक्षा 4 हिंदी)
💬 बातचीत के लिए
1. जवाहरसिंह अपनी गाय को मौसी कहकर बुलाता है। आप अपने घर या आस-पास के पशु-पक्षियों को क्या कहकर पुकारते हैं?
हम अपने कुत्ते को “शेरू” और गाय को “लाली” कहकर पुकारते हैं। कुछ बच्चे बिल्लियों को “मीमी” और पक्षियों को “चिरैया” कहते हैं।
2. सुंदरिया के दूर चले जाने के बाद जवाहरसिंह को कैसा लगा होगा? जब आपका कोई प्रिय आपसे दूर हो जाए तो आपको कैसा लगता है?
जवाहरसिंह को बहुत दुख हुआ होगा। जब हमारा प्रिय कोई दूर चला जाता है, तो हमें अकेलापन, दुख और उदासी महसूस होती है।
3. जवाहरसिंह सुंदरिया की देखभाल के लिए क्या-क्या करता होगा?
वह उसे समय पर चारा देता होगा, सहलाता होगा, साफ़-सफ़ाई करता और प्यार से बात करता होगा।
4. आप अपने आस-पास के पशु-पक्षियों के लिए क्या-क्या करते हैं?
हम गर्मियों में पक्षियों के लिए पानी रखते हैं, गायों को चारा डालते हैं, और पालतू जानवरों को नहलाते-सहलाते हैं।
📘 पाठ से (सही उत्तर पर ✔️ लगाएं)
1. लोग सुंदरिया को देखकर ईर्ष्या क्यों करते थे?
✔️ (ख) सुंदरिया बहुत आकर्षक थी।
✔️ (ग) सुंदरिया बहुत दूध देती थी।
✔️ (ग) सुंदरिया बहुत दूध देती थी।
2. हीरासिंह के मन में सुंदरिया को बेचने की बात क्यों आई?
✔️ (ख) सुंदरिया के लिए चारे का प्रबंध करना कठिन हो गया था।
3. हीरासिंह ने स्वयं को गाय की नौकरी पर लगाने की बात क्यों कही?
✔️ (ख) वह गाय से बिछोह सहन नहीं कर पा रहा था।
4. गाय घोसी के साथ क्यों नहीं जाना चाहती थी?
✔️ (क) गाय हीरासिंह और उसके परिवार से अलग नहीं होना चाहती थी।
✔️ (ख) गाय को भय था कि घोसी उसे स्नेह से नहीं पालेगा।
✔️ (ख) गाय को भय था कि घोसी उसे स्नेह से नहीं पालेगा।
📝 सोचिए और लिखिए
1. हीरासिंह गाय को बेचने से क्यों डर रहा था?
क्योंकि उसका बेटा जवाहरसिंह उसे मौसी कहकर बुलाता था और परिवार का हिस्सा मानता था। उसे डर था कि बेचने पर परिवार को दुख होगा।
2. सेठ हीरासिंह की गाय को देखकर क्यों प्रसन्न हुआ?
क्योंकि सुंदरिया बहुत सुंदर, स्वस्थ और दूध देने वाली गाय थी।
3. "तुमने मुझे धोखे में क्यों रखा?" सेठ ने हीरासिंह से ऐसा क्यों कहा?
क्योंकि सेठ को लगा कि गाय उतना दूध नहीं दे रही जितना हीरासिंह ने कहा था।
4. सेठ के कुछ कहने से पहले ही हीरासिंह गाय को लेकर क्यों चल दिया?
क्योंकि वह गाय से बहुत प्यार करता था और उसे और अपमानित होते देख नहीं सकता था। वह तय कर चुका था कि गाय को वापस गाँव ले जाएगा।
🌟 सुंदरिया की विशेषताएँ
- वह बहुत आकर्षक है।
- बहुत दूध देती है।
- स्वस्थ और मजबूत है।
- हीरासिंह के परिवार से जुड़ी हुई है।
- भावनाएँ समझती है।
- अपने मालिक के बिना नहीं रहना चाहती।
🐄 सुंदरिया – लेखन अभ्यास एवं प्रश्नोत्तर
2. अब आप हीरासिंह की विशेषताओं को अपनी लेखन-पुस्तिका में लिखिए।
प्रश्न:
- वह पशु-पक्षियों से सच्चा प्रेम करता है।
- ईमानदार और संवेदनशील है।
- अपनी गाय को परिवार का सदस्य मानता है।
- कठिन परिस्थिति में भी भावनाओं को महत्व देता है।
- वह जिम्मेदार और भावुक इंसान है।
समझ और अनुभव
1. क्या आपको लगता है कि पशु-पक्षी भी हमारी भावनाएँ समझते हैं? कोई अनुभव साझा कीजिए।
हाँ, पशु-पक्षी भी हमारी भावनाएँ समझते हैं। एक बार जब मैं बीमार था, हमारा कुत्ता मेरी बगल में चुपचाप लेटा रहा और मुझे छोड़कर नहीं गया। वह समझ रहा था कि मैं अस्वस्थ हूँ।
2. जवाहरसिंह सुंदरिया को मौसी कहकर क्यों संबोधित करता होगा?
क्योंकि वह उसे एक परिवार के सदस्य की तरह मानता था। उससे उसे बहुत लगाव था और वह उसे माँ जैसी स्नेह देने वाली मानता था।
भाषा की बात
1. नीचे दिए गए मुहावरों का प्रयोग कहानी में किया गया है। कहानी में इन्हें ढूँढ़िए और इनके अर्थ लिखकर अपनी लेखन-पुस्तिका में वाक्य बनाइए -
- लाज से गड़ जाना – शर्म के कारण संकोच करना
वाक्य: जब मैं मंच पर भूल गया तो मैं लाज से गड़ गया। - दूध देने में कामधेनु – बहुत अधिक दूध देने वाली गाय
वाक्य: हमारी गाय दूध देने में कामधेनु जैसी है। - जी भर जाना – मन भर जाना या दुखी होकर मन में भारीपन होना
वाक्य: अपने पालतू कुत्ते को जाते देख मेरा जी भर आया। - एकटक देखना – बिना पलक झपकाए लगातार देखना
वाक्य: वह आसमान में उड़ते जहाज को एकटक देखता रहा। - आँख लगना – नींद आ जाना
वाक्य: पढ़ते-पढ़ते मेरी आँख लग गई।
3. हम देखते हैं कि नगरों में बड़े पशुओं (गाय, भैंस, ऊँट आदि) को पालतू बनाने वाले लोगों की संख्या बहुत कम है। आपको इसके क्या कारण लगते हैं?
- शहरों में जगह की कमी होती है।
- पशुओं को रखने के लिए सुविधाएँ नहीं होतीं।
- चारा, पानी और सफ़ाई की कठिनाइयाँ होती हैं।
- कानूनी नियम और सामाजिक दबाव भी एक कारण हैं।
4. पशु-पक्षी मनुष्य की तरह बोल तो नहीं पाते परंतु वे भी आपस में अपनी बातें करते होंगे। क्या आप इस बात से सहमत हैं? अपने उत्तर के लिए उदाहरण भी दीजिए।
हाँ, मैं सहमत हूँ। पक्षी चहचहाकर एक-दूसरे को संकेत देते हैं। जब एक बिल्ली को खतरा महसूस होता है, वह विशेष तरह की आवाज़ निकालती है। गाय भी अपनी पीड़ा या खुशी की अभिव्यक्ति अलग आवाज़ों से करती है। ये सभी आपसी संवाद के संकेत हैं।
अनुमान और कल्पना
1. गाय का नाम 'सुंदरिया' किसने एवं क्यों रखा होगा?
शायद हीरासिंह के बेटे जवाहरसिंह ने रखा होगा, क्योंकि गाय बहुत सुंदर, बड़ी और आकर्षक थी। इसलिए उसे प्यार से “सुंदरिया” कहा गया होगा।
2. हीरासिंह के घर से सुंदरिया की विदाई के दृश्य की कल्पना कीजिए।
गाय के जाते ही घर का वातावरण उदास हो गया। जवाहरसिंह रो पड़ा, हीरासिंह की आँखों से आँसू निकल आए। सुंदरिया बार-बार पलटकर देख रही थी, जैसे पूछ रही हो – "क्या मैं सचमुच जा रही हूँ?"
3. सुंदरिया को वापस घर लेकर जाते हुए हीरासिंह को कैसा लग रहा होगा एवं क्यों?
हीरासिंह को बहुत खुशी और संतोष हो रहा होगा क्योंकि अब वह अपनी प्रिय गाय को फिर से अपने साथ ले जा रहा था। वह भावुक भी था क्योंकि वह जानता था कि सुंदरिया बिना अपने परिवार के अधूरी थी।